Hindi Upanyason Mein Samajik Chetana INR 316.00
Book summary
साहित्य और समाज का अटूट सम्बन्ध है। जीवन का प्रतिबिन्ब होने के साथ ही साहित्य युग सापेक्ष, युगानुरूप तथा युग सुधारक होता है। आधुनिक कथा साहित्य आज के वास्तविक जीवन का यथावत् चित्राण करता है। अपने उद्देश्य में वही साहित्य सार्थकता पाता है जिसमें अपने युग की चेतना, उसका बोध, उसकी समस्याएं, उसके मूल्य मुखर होकर आते हैं। प्रस्तुत पुुस्तक में अति अधतन उपन्यासों को केन्द्र में रखकर समीक्षा प्रस्तुत की गई है।